नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों अपने ट्वीट के चलते काफी परेशानियों का सामना कर रही हैं। महाराष्ट्र को पीओके कह देने की वजह से अभिनेत्री को कई अलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पहले शिवसेना नेता संजय राउत संग उनकी जुबानी जंग चल रही थी। वहीं अब अभिनेत्री महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे संग जा टकराई हैं। बीते दिन की सभी खबरों में कंगना रनौत, शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार का ही नाम छाया हुआ था। अभिनेत्री के एक ट्वीट ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी थी। जिसके चलते कंगना का ऑफिस भी तोड़ दिया गया।
For God’s sake, stop taking our name in vain. We refuse to be pawns in your battles of puny egos. Do not belittle our tragedy. Tomorrow your finger might get hurt somewhere. What will you say? I understand pain of Kashmiri Pandits?
Pleaseeeee!— Rahul Pandita (@rahulpandita) September 9, 2020
अवैध ढंग से ऑफिस को तोड़े जाने पर कंगना रनौत कल काफी गुस्से में दिखाई दीं। जो कि लाजमी था। इस बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने टूटे ऑफिस की तस्वीरें और वीडियोज भी पोस्ट की। जिसमें पीओके लिखा हुआ नज़र आया। गुस्साई कंगना ने फिर एक वीडियो जारी किया। जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कड़ी चुनौती हुए उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई। इस बीच उन्होंने वीडियो में यह भी कहा कि अब वह अयोध्या पर ही नहीं बल्कि कश्मीरी पंडितों पर भी फिल्म बनाएंगी। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस वीडियो पर अब शिकारा के राइटर राहुल पंडित का रिएक्शन देखने को मिला।
राहुल पंडित ने कंगना पर निशाना साधते हुए कहा कि कंगना कभी भी कश्मीरी पंडितों का दर्द नहीं समझ सकती हैं। एक दीवार के गिरने से तो बिल्कुल भी वह उनका दर्द नहीं समझ पाएंगी। वह नहीं जानती कि कैसा लगता है जब तीन दिन के अंदर ही बाल सफेद हो जाते हैं। वह एक उस बूढें व्यक्ति का दर्द नहीं समझ सकती जो ये सोचता हुआ मर जाता है कि उसे आखिरी बार देखने को मिल जाए। राहुल ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि कंगना भगवान के लिए वह उनके नामों का इस्तेमाल करना बंद कर दें। उनके अंहकारों की लड़ाई में वह मोहरा नहीं बनना चाहते हैं। कश्मीरी पंडितों की त्रासदी को कम ना आंके। इस ट्वीट में राहुल ने कंगना पर तंज कसते हुए यह भी लिखा कि यदि कल के दिन किसी की उंगली पर चोट लग जाए तो क्या वह भी यही कहेगा कि वह कश्मीरी पंड़ितों का दर्द समझता है।